एक 28 वशय मरीज़ जिसको बहुत तेज सिरदर्द हो रहा था और उसे दौरे भी आ रहे थे उस हालत में उसे असपताल में लाया गया, मरीज बिलकुल बेहोशी की स्थिती में था और अपने हाथ-पैर भी , नहीं चला पा रहा था। मरीज को तत्काल भर्ती किया गया और •एमर्जेन्सी टीम ने मरीज की जाँच की मरीज का सीटी स्कैन कराया गया, सीटी स्कैन में पता चला की मरीज को ब्रेन हैमरेज (ब्रेन में रक्त स्त्राव) हो गया है। मरीज का इलाज युनाइटेड मेडिसिटी के सीनियर न्यूरो सर्जन डॉ० कार्तिकेय शर्मा द्वारा ने देखा उसके बाद डाक्टर ने मरीज को बताया कि उसको एक डिजिटल सब्सट्रैक्शन. एन्जीयोग्राफी (डी.एस.ए) की ज़रुरत पड़ेगी, उसके बाद न्यूरो इन्टरवेन्शन डाक्टर डॉ०पुषान शर्मा ने मरीज का डिजिटल सब्सट्रैक्शन एन्जीयोग्राफी (डी.एस.ए) किया जिसमें पता चला कि मरीज को दिमाग में जो रक्त स्त्राव हुआ है उसका कारण ब्रेन एन्यूरिज्म है जिसे आम भाषा में ब्रेन में लकवा मारना है और उसी के फटने से दिमाग में रक्त स्त्राव हुआ और इसके बाद मरीज को तत्काल एन्डोवास्कुलर कोइलिंग (ब्रेन एन्यूरिज्म कोइलिंग) प्रक्रिया के लिए एमरजेन्सी में लिया गया। ब्रेन एन्यूरिज्म कोइलिंग एक नई प्रकार की अत्याधुनिक तकनीक है जिसमें बिना सिर की हड्डी हटाए जहाँ पर दिमाग में खून का गोला होता है वहाँ पर प्लैटिनम धातु के छल्ले डाल देते हैं जिस कारण खून का गोला तुरन्त बन्द हो जाता है और कोई बड़ी सर्जरी करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। डॉ० पुषान शर्मा ने बताया की इस तकनीक के द्वारा मरीज की जांघ की खून की नस के रास्ते से पतला सा कैथेटर नामक ट्यूब को शरीर के अन्दर प्रवेश करा दिया और सिर के अन्दर मौजूद खून के गोले में कई सारे छल्ले डाल दिये गये जिस्से उसका रक्त स्त्राव तुरन्त ही रुक गया और उसके 2 दिन के बाद मरीज़ को वेन्टीलेटर पर से भी हटा दिया गया और मरीज की स्थिती में अगले 12 दिनों के अन्दर काफी सुधार हो गया और उसे डिस्चार्ज भी कर दिया गया। प्रयागराज में यह प्रक्रिया पहली बार की गयी है यह तकनीक ब्रेन हैमरेज का इलाज करने के लिय यह सबसे अत्याधुनिक तकनीक है।